Kanpur News: बच्चों का मोबाइल चलना हो सकता है खतरनाक, बढ़ रही है सर्वाइकल पेन की समस्या

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Kanpur News: नई-नई टेक्नोलॉजी और उपकरणों ने इंसानों को उसका लती बना दिया है. हर शख्स इनका प्रयोग करता दिखाई दे रहा है. मोबाइल एक दूसरे से बात करने, मेसेज के आदान-प्रदान और सोशल एक्टिविटी पर नजर बनाए रखने के लिए उपकरण माना जाता है लेकिन अब मोबाइल चलाने और उसे चिपकने वालों के लिए बुरी खबर है. क्योंकि बच्चों से लेकर बड़े लोगों में भी सर्वाइकल पेन की समस्या बढ़ रही है.

मोबाइल, लैपटॉप, और अन्य नए नए गैजेट लोगों को अपना आदी बना रहे हैं और बच्चे इनके सबसे ज्यादा एडिक्ट हो रहे हैं. घंटों-घंटों तक मोबाइल चलाना लैपटॉप चलना यहां तक की देर रात लेटकर मोबाइल देखना आपके शरीर को अंदर ही अंदर बीमार कर रहा है. कानपुर मेडिकल कॉलेज के न्यूरो डिपार्टमेंट के एचओडी मनीष सिंह ने बताया की इस समय हॉस्पिटल में लगातार बच्चों में सरवाइकल पेन की समस्या देखने को मिल रही है.

बच्चों को इन समस्याओं का करना पड़ रहा सामना
प्रोफेसर सिंह ने बताया की जो बीमारियां 50 से 55 की उम्र में शुरू होती थी या दिखाया देती थी अब वो बच्चों में 13 से 20 साल के बच्चों में देखने को मिल रही है. अक्सर बच्चे एक ही पोजिशन में बैठकर घंटों-घंटों तक मोबाइल चलाते हैं. यहां तक की बच्चों के माता भी अपने बच्चों को मोबाइल देकर फ्री होकर अपना काम ये सोचकर करते है कि अब बच्चे उन्हें परेशान नहीं करेंगे और वे अपना काम कर सकें. मां- बाप की इन्हीं आदतों की वजह से बच्चे आम एक्टिविटी से दूर होते जा रहे हैं और इलेक्ट्रोनिक गैजेट्स के भरोसे निर्भर हो रहे है.

जिससे सिर दर्द, आंखों में दर्द और अचानक से धुंधला दिखाई देना , मसल्स पेन, रीड की हड्डी में दर्द एक ही पोजिशन ये समस्या बढ़ा रही है. एक ही पोजिशन में लेटने और पड़ने से ब्लड सर्कुलेशन रुकता है और बॉडी में रक्त की सप्लाई नहीं हो पाती है ये भी समस्या की एक जड़ है. यहां तक की ये समस्या बड़ों में भी देखी जा रहीं है.  हर दिन कई लोग सिर दर्द और थकान की समस्या लेकर डॉक्टर के पास पहुंच रहे हैं

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