बीजेपी गौतम गंभीर और हंसराज की सीट पर देगी सभी को झटका ,क्या है सियासी समीकरण?

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बीजेपी गौतम गंभीर और हंसराज की सीट पर देगी सभी को झटका ,क्या है सियासी समीकरण?

लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने शनिवार (2 मार्च) को जारी लिस्ट में दिल्ली में बैठे 4 विधायकों के टिकट काटकर सबको चौंका दिया. लेकिन बीजेपी ने नए चेहरों को मौका दिया है. इस बीच, भाजपा ने अभी तक पूर्वी दिल्ली और उत्तर पश्चिम दिल्ली के लिए अपने उम्मीदवारों के नामों की घोषणा नहीं की है। दोनों सीटों पर होगी बहस. माना जा रहा है कि बीजेपी दोनों सीटों पर नए चेहरों को मैदान में उतार सकती है.

पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट से गौतम गंभीर बीजेपी के मौजूदा सांसद हैं. गंभीर ने खुद ही चुनाव न लड़ने की घोषणा की है, जबकि उत्तर पश्चिम सीट से बीजेपी के हंसराज हंस मौजूदा सांसद हैं. लोकसभा चुनाव 2024 में हंसराज हंस का भी टिकट कटना लगभग तय माना जा रहा है.

गंभीर और हंसराज की सीट पर चौंकाएगी बीजेपी?

बीजेपी की ओर से पूर्वी दिल्ली और उत्तर पश्चिमी लोकसभा सीट पर उम्मीदवारों का एलान न होने से संशय बढ़ गया है. हालांकि टिकट के एलान से पहले ही मौजूदा सांसद गौतम गंभीर ने राजनीति से दूर रहने और क्रिकेट पर फोकस रखने की बात कही है. उन्होंने वकायदा बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से अनुरोध किया है कि उन्हें राजनीतिक कर्तव्यों से मुक्त कर दिया जाए ताकि वो क्रिकेट पर अधिक फोकस कर सकें. वहीं, वहीं उत्तर- पश्चिमी दिल्ली सीट से हंसराज हंस को लेकर फैसला नहीं हुआ है. ऐसी संभावना जताई जा रही है कि पार्टी यहां भी अपने उम्मीदवार को बदल सकती है.

दिल्ली में बीजेपी ने किन नेताओं का काटा टिकट?

बीजेपी ने चांदनी चौक से डॉ. हर्षवर्धन का टिकट काट दिया है. उनकी जगह पर पार्टी ने प्रवीण खंडेलवाल को मौका दिया है. नई दिल्ली से मीनाक्षी लेखी को भी इस बार मौका नहीं दिया गया है. पार्टी ने इस सीट पर दिवंगत नेता सुषमा स्वराज की बेटी बांसुरी स्वराज पर भरोसा जताया है. दक्षिणी दिल्ली से रमेश विधूड़ी को टिकट नहीं मिल सका है. पार्टी ने दक्षिण दिल्ली से रामबीर सिंह बिधूड़ी को चुनावी मैदान में उतारा है.

इसके अलावा पश्चिमी दिल्ली से परवेश वर्मा का टिकट कट गया है. यहां पर पार्टी ने कमलजीत सहरावत को उम्मीदवार बनाया है. हालांकि नॉर्थ दिल्ली से मनोज तिवारी को पार्टी ने तीसरी बार मौका दिया है.

पूर्वी दिल्ली सीट पर 2019 और 2014 में नतीजे?

राष्ट्रीय राजधानी की पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट काफी महत्वपूर्ण सीट मानी जाती है. यहां 2019 में क्रिकेट से राजनीति में कदम रखने वाले गौतम गंभीर ने बीजेपी के टिकट से चुनाव लड़ा था और विजयी हुए थे. गौतम गंभीर ने कांग्रेस के अरविंदर सिंह लवली को हराया था. आम आदमी पार्टी ने साल 2019 में आतिशी पर दांव लगाया था लेकिन उन्हें भी हार का मुंह देखना पड़ा था. 2014 के चुनाव में बीजेपी के टिकट से महेश गिरी ने जीत दर्ज की थी. उन्होंने आम आदमी पार्टी के नेता राजमोहन गांधी को करारी शिकस्त दी थी.

वहीं, पूर्वी सीएम शीला दीक्षित के बेटे संदीप दीक्षित इस चुनाव में तीसरे स्थान पर रहे थे. 2024 में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी साथ मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं. पूर्वी दिल्ली सीट से आप ने कुलदीप कुमार को उम्मीदवार बनाया है.

उत्तर पश्चिमी सीट पर 2019 और 2014 में नतीजे?

दिल्ली की उत्तर पश्चिमी सीट पर भी साल 2019 में बीजेपी ने कब्जा जमाया था. इस चुनाव में बीजेपी के उम्मीदवार और सूफी गायक हंसराज हंस ने साढ़े 5 लाख से अधिक वोटों से जीत दर्ज की थी. वहीं, आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी गुग्गन सिंह दूसरे नंबर पर रहे थे. इसके साथ ही कांग्रेस उम्मीदवार राजेश लिलोठिया तीसरे नंबर पर थे. 2014 के चुनाव में बीजेपी के उदित राज ने जीत हासिल की थी. आप उम्मीदवार राखी बिड़लान दूसरे नंबर पर रही थीं. परिसीमन के बाद यहां पहली बार साल 2009 में चुनाव हुआ था.

उत्तर पश्चिमी सीट का जातीय गणित क्या?

राजधानी की उत्तर पश्चिमी सीट पर दलित मतदाताओं का दबदबा माना जाता है. जाट आबादी भी चुनाव परिणाम को प्रभावित करते हैं. इस सीट के तहत पड़ने वाले इलाके में 21 फीसदी दलित हैं. 16 फीसदी जाट की आबादी है. ओबीसी मतदाताओं की संख्या यहां करीब 20 फीसदी है. 12 फीसदी ब्राह्मण और करीब 10 फीसदी बनिया की आबादी मानी जाती है. करीब 10 फीसदी मुस्लिम वोटर्स भी हैं.

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