अगर गिरफ्तारी हुई तो नहीं जाएंगे सीएम केजरीवाल ED के किसी समन पर – बोले AAP नेता संदीप पाठक
अगर गिरफ्तारी हुई तो नहीं जाएंगे सीएम केजरीवाल ED के किसी समन पर – बोले AAP नेता संदीप पाठक
आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संगठन महासचिव और राज्यसभा सांसद संदीप पाठक ने कहा कि अरविंद केजरीवाल प्रवर्तन निदेशालय या ईडी के कॉल का जवाब नहीं देंगे। सीएम केजरीवाल की गिरफ्तारी की उपरोक्त धमकी के बीच लोकसभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी की योजनाओं और पार्टी की रणनीति के बारे में संदीप पाठक ने एबीपी न्यूज से बात की. इस दौरान उन्होंने दावा किया कि अरविंद केजरीवाल ईडी के समन में पेश नहीं होंगे क्योंकि ऐसे समन बीजेपी कार्यालय के आदेश पर जारी किये गये हैं.
संदीप पाठक ने दावा करते हुए कहा कि अगर दिल्ली के मुख्यमंत्री और पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी होती है तो सुनामी आ जाएगी और बीजेपी का पूरा गणित फेल हो जाएगा. उन्होंने कहा कि बीजेपी का मुख्य मकसद यही है कि कुछ भी करके सीएम केजरीवाल को इस चुनाव से बाहर किया जा सके. इसलिए पिछले कई महीनों से इसकी प्लानिंग की जा रही है. षड्यंत्र रचे जा रहे हैं.
आप नेता ने कहा कि हमारे कई प्रमुख नेताओं को जेल में डाल दिया गया है. पार्टी को तोड़ने की कोशिश की जा रही है. सभी समन के खिलाफ हम कोर्ट गए और कोर्ट ने उसकी सुनवाई के लिए तारीख तय कर दी. हमें कोर्ट पर पूरा भरोसा है.
दिल्ली सीएम की गिरफ्तारी के सवाल पर संदीप पाठक ने कहा, “अगर अरविंद केजरीवाल को ये गिरफ्तार करते हैं तो मैं इनके चुनावी पंडितों को कहना चाहता हूं कि इनकी सारी कैलकुलेशन गलत साबित हो जाएगी. अगर अरविंद केजरीवाल गिरफ्तार होते हैं तो जनता के बीच सुनामी आएगी और जितनी सीटें अभी हम जीत रहे हैं, हम उससे भी ज्यादा सीटें जीतेंगे. अगर केजरीवाल जेल जाते हैं तो जनता अपनी जिम्मेदारी समझ कर उनके लिए चुनाव लड़ेगी. ये चुनाव बड़ा हो जाएगा. मोदी की सारी कैलकुलेशन पूरी तरह से पिटने वाली है.”
ईडी का समन अवैध- संदीप पाठक
अरविंद केजरीवाल अगर निर्दोष है और गिरफ्तारी से नहीं डरते तो समन पर क्यों नहीं जाते? इस सवाल पर आम आदमी पार्टी के नेता संदीप पाठक ने कहा कि केजरीवाल इसलिए नहीं जाते हैं, क्योंकि ये सभी समन अवैध हैं. समन राजनीतिक है. हमें इस षड्यंत्र निकलना आता है. अंत में हम न्याय व्यवस्था के पास गए हैं. हम कोर्ट के सामने अपनी बात रखेंगे कि ईडी के ये समन बीजेपी द्तर के ऑर्डर पर भेजे जाते हैं. हम बीजेपी के इन ऑर्डर पर नहीं जाएंगे क्योंकि ये सब जानते हैं कि अब ईडी के समन बीजेपी दफ्तर से ही निकलते हैं.
कांग्रेस के साथ चुनाव लड़ने की AAP की क्या मजबूरी?
I.N.D.I.A गठबंधन में कांग्रेस के साथ चुनाव लड़ने की आम आदमी पार्टी की क्या मजबूरी रही? इस सवाल पर संदीप पाठक ने कहा कि आज आप महत्वपूर्ण नहीं है. यह महत्वपूर्ण है कि हम कितनी सीटें जीतते हैं. हम बीजेपी के कुशासन को खत्म करना चाहते हैं. देश को बचाने के लिए हम क्या कर सकते हैं, हम उस पर काम कर रहे हैं, इसलिए हमने तय किया है कि अपने छोटे-छोटे राजनीतिक हितों को ध्यान में रखते हुए गठबंधन में चुनाव लड़ें.
सीमित सीटों पर ही क्यों AAP चुनाव लड़ रही?
राष्ट्रीय पार्टी होने के बावजूद भी इस बार आप सीमित सीटों पर ही चुनाव लड़ रही है. ऐसे क्यों? इस पर संदीप पाठक ने कहा कि हमने जितनी भी सीटें ली हैं और जितना तलाश रहे हैं उन सभी को जीतने के लिए पूरी ताकत लगाएंगे और जीत भी हासिल करेंगे. राजनीतिक परिस्थितियां बदलती रहती है. इस वक्त की राजनीतिक परिस्थितियां अलग हैं, इसलिए हम इंडिया गठबंधन के साथ हैं. हमारी पार्टी आज भी अलग है. हम आज भी कांग्रेस से काफी अलग हैं, इसमें कोई दो राय नहीं है लेकिन बदली हुई राजनीतिक परिस्थिति को देखते हुए इस वक्त जनता का मूड यह कहता है कि ‘इंडिया’ गठबंधन के साथ रहना चाहिए.
क्या दिल्ली में खाता खोल पाएगी AAP?
आपको लगता है कि इस बार आम आदमी पार्टी दिल्ली में खाता खोल पाएगी? इस सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि विधानसभा में अरविंद केजरीवाल को एकतरफा वोट मिलता है. लोकसभा चुनाव में बीजेपी को वोट मिलता है, इसका मतलब यह है कि दिल्ली की जनता पूरी तरह से समझती है कि उन्हें कौन चाहिए. लेकिन, इस बार जब हम चुनाव में जाएंगे तो यह कहेंगे कि अगर केजरीवाल के सांसद को जिताएंगे तो वे संसद में भी मजबूत रहेंगे. क्योंकि, पिछले सालों में जो बीजेपी के सांसद रहे हैं, वह जनता के बीच नहीं गए. सातों सांसद लोगों की परेशानी जानने के लिए उनके बीच मौजूद नहीं रहे.
दिल्ली में AAP से महिला प्रत्याशी क्यों नहीं?
महिलाओं को 1000 रुपये देने की घोषणा की गई लेकिन लोकसभा चुनाव के लिए एक भी महिला उम्मीदवार नही? ऐसे क्यों? इस पर संदीप पाठक ने कहा कि किसी को टिकट देने से क्या महिला सशक्तिकरण हो जाता? क्या महिलाओं का सम्मान बढ़ जाता? उससे ज्यादा महत्वपूर्ण यह है कि हर 18 साल से अधिक उम्र की महिलाओं को हम सशक्त बना रहे हैं. ये हमारा चुनावी एजेंडा नहीं है. यह हमारी अंतरात्मा की आवाज है कि हमें महिलाओं को सशक्त करना है.
दिल्ली में AAP और कांग्रेस का प्रचार कैसे?
दिल्ली में आप और कांग्रेस का एक साथ प्रचार कैसे होगा? एक मंच पर दोनों पार्टियां होंगी? इस पर संदीप पाठक ने कहा कि सारी चीजें होंगी, अगर साथ में चुनाव लड़ रहे हैं तो आने वाले समय में सभी प्रकार की स्ट्रैटजी को अपनाया जाएगा. जैसे जैसे तारीखें आती रहेंगी आपको बताया जाएगा. हमारा मानना है कि जनता के पास जाना है और जनता को ये अच्छे से समझाना है कि कैसे मोदी जी के लिए दिल्ली की 7 सीटें इम्पॉर्टेंट नहीं हैं. मोदी कह रहे हैं कि हमारी 400 सीटें आ रही हैं तो उनके लिए इन सात सीटों का कोई मोल नहीं है.
पंजाब की स्ट्रेटजी पर क्या बोले संदीप पाठक?
पंजाब में अब तक 5 मंत्री मैदान में उतार चुके हैं? क्या स्ट्रेटेजी रही? इस सवाल के जवाब में संदीप पाठक ने कहा कि मंत्री से मतलब नहीं है. हमने अपने बेस्ट चेहरों को उतारा है. यह दर्शाता है कि ये चुनाव हमारे लिए महत्वपूर्ण है और हम गंभीरता के साथ इस चुनाव को लड़ रहे हैं. हम कोई भी चुनाव जीतने के लिए लड़ते हैं. जनता के इमोशन से खिलवाड़ के लिए नहीं करते हैं. बहुत जल्द ही बाक़ी सीटें भी पंजाब में घोषित करेंगे और उसमें भी सबसे मज़बूत चेहरों को सामने रखेंगे.