Maha Shivratri 2024 : महाशिवरात्रि पर दिल्ली के प्रसिद्ध गौरी-शंकर मंदिर में उमड़ी भक्तों की भीड़
Maha Shivratri 2024 : महाशिवरात्रि पर दिल्ली के प्रसिद्ध गौरी-शंकर मंदिर में उमड़ी भक्तों की भीड़
देवों के देव महादेव का एक विशेष स्थान है, और उनकी पूजा के लिए महाशिवरात्रि का दिन बहुत ही खास होता है. लोगों का मानना है कि आज यानी शुक्रवार (8 मार्च) के दिन भगवान भोले की पूजा और दर्शन करने से उनका भरपूर आशीर्वाद प्राप्त होता है.इसलिए आज देश भर के शिवालयों में महाशिवरात्रि पर भगवान भोले की पूजा और जलाभिषेक के लिए भक्तों की भीड़ सुबह से ही शिवालय में सुबह से ही पहुंच रही है. कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला दिल्ली के चांदनी चौक स्थित प्रसिद्ध गौरी-शंकर मंदिर में, जहां सुबह तड़के 3 बजे से भी भक्त भोले की पूजा के लिए पहुंचने लगे.
भक्त कतारबद्ध होकर अपनी बारी का इंतजार कर रहे
चांदनी चौक स्थित मंदिर और उसके आसपास का क्षेत्र सुबह से ही भांग, धतूरे, अकांन के पत्तों के साथ रंग बिरंगे फूलों से पटे हुए हैं. हर श्रद्धालुओं के हाथों में भगवान भोले को प्रसन्न करने के लिए प्लास्टिक की सजी बास्केट में फूलों के साथ भांग, धतूरे, अकांन के पत्तो भड़े पड़े हैं. आज के दिन इनका भगवान भोले पर चढ़ावा का खास महत्व होता है, और इसलिए आज पूरे पारंपरिक तरीके से लोग भगवान नीलकंठ की पूजा कर उनका जलाभिषेक करते हैं और भांग-धतूरे और बेल-पत्र आदि चढ़ाते हैं.तस्वीरों में आप देख सकते हैं कि किस तरह भक्तों की भीड़ इस पवित्र दिन पर अपने इष्टदेव की पूजा के लिए उमड़ी हुई है. काफी भीड़ होने के बाद भी भक्त कतारबद्ध होकर अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं.
देर रात से उमड़ी भक्तों की भीड़ आज देर रात तक युहीं बनी रहती है
देर रात से उमड़ी भक्तों की भीड़ आज देर रात तक युहीं बनी रहती है. यही वजह है कि यहां पर पूजा करने वाले भक्तों की लंबी कतार नजर आयी. आज देर रात तक भगवान भोलेनाथ और माता पार्वती की पूजा और आरती यहां की जाएगी. वहीं आज के दिन भजन-कीर्तन और रुद्राभिषेक का आयोजन किया जाएगा. आज महादेव की विशेष पूजा के बाद श्रद्धालुओं के बीच प्रसाद का भी वितरण किया जाएगा.
चांदनी चौक स्थित गौरी-शंकर मंदिर 800 साल पुराना है
चांदनी चौक स्थित गौरी-शंकर मंदिर 800 साल पुराना है. ये मंदिर यहां उस वक्त से स्थित है, जब कभी यहां से यमुना नदी बहा करती थी. पौराणिक होने के कारण ये मंदिर भोले के भक्तों के लिए आस्था का केंद्र बन गया है, इसलिए दिल्ली ही नहीं दूर-दूर से भी भक्तगण यहां उनके दर्शन-पूजन के लिए पहुंचते हैं.