खात्मे के कगार पर पहुंची लाडली योजना : नीलम चौधरी
खात्मे के कगार पर पहुंची लाडली योजना : नीलम चौधरी
नई दिल्ली ( सी.पी.एन.न्यूज़ ) : कांग्रेस सरकार द्वारा बेटियों के उत्थान के लिए शुरु की गई लाडली योजना को केजरीवाल सरकार ने पिछले 9 वर्षों में लगभग खत्म कर दिया है। यह कहना है बाबरपुर जला कांग्रेस की उपाध्यक्ष नीलम चौधरी का | नीलम चौधरी का कहना है लाड़ली योजना के अंतर्गत दिल्लीकी बेटियों को मिलने वाला 364 करोड़ रुपया स्टेट बैंक आफ इंडिया में पड़ा है जिसको केजरीवाल सरकार बेटियों को देने पूरी तरह विफल साबित हुई। इसके लिए कौन दोषी है, अधिकारों की लड़ाई लड़ने वाले केजरीवाल को बेटियों को लाड़ली योजना के एक-एक लाख रुपये नही देने पर दिल्ली की जनता को जवाब देना होगा।
नीलम चौधरी ने कहा कि 2013 में दिल्ली का बजट 39000 करोड़ था उस वक्त कांग्रेस सरकार ने लाड़ली योजना के लिए 113 करोड़ रुपये आवंटन की गई राशि पूरी बेटियों के लिए खर्च हुई। परंतु आज जब केजरीवाल सरकार का बजट 69000 करोड़ से अधिक है परंतु लाडली का बजट दुगना करने की बजाय घटाकर 100 करोड़ कर दिया है। लाड़ली योजना के बजट में कटौती करके अरविन्द केजरीवाल का गरीब विरोधी, बेटी विरोधी और महिला विरोधी चेहरा उजागर हो गया है। उन्होंने कहा कि लाडली योजना का लाभ लेने के लिए बेटियों के जन्म के बाद होने वाले पंजीकरण में 2008 के मुकाबले 2022 में भारी कमी आई है।
2015 में जहां लाडली के लिए पंजीकरण 21521 का था वहीं 2022 में यह सिमटकर 10हजार रह गया है, जिससे साबित होता है केजरीवाल सरकार ने लाडली योजना को लगभग खत्म ही कर दिया है। उन्होंने कहा कि हम घर-घर जाकर लाडली योजना का प्रचार करेंगे और 364 करोड़ की हकदारों को प्रति बेटी को एक-एक लाख दिलवाऐंगे