Browsing Tag

‘Not coming forward to save wife in domestic violence is not a crime

‘घरेलू हिंसा में पत्नी को बचाने के लिए आगे न आना अपराध नहीं, केस में हर रिश्तेदार को फंसाना…

सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि पति-पत्नी के झगड़े में पति के रिश्तेदारों को भी बेवजह पक्ष नहीं बनाया जा सकता. अगर घरेलू हिंसा के मामले में कोई रिश्तेदार दखल नहीं देता, तो यह उसे भी आपराधिक मुकदमे के आरोपी बना देने का आधार नहीं हो सकता.…