Naxal Encounter: 40-40 लाख के दो इनामी नक्सली निष्प्रभावित, अमित शाह बोले- लाल आतंक की रीढ़ तोड़ी
Naxal Encounter: 40-40 लाख के दो इनामी नक्सली निष्प्रभावित, अमित शाह बोले- लाल आतंक की रीढ़ तोड़ी
छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में महाराष्ट्र-छत्तीसगढ़ सीमा के अबूझमाड़ इलाके में सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई, जिसमें दो शीर्ष नक्सली नेता मारे गए। इनमें राजू दादा उर्फ कट्टा रामचंद्र रेड्डी और कोसा दादा उर्फ कादरी सत्यनारायण रेड्डी शामिल हैं। दोनों पर 40-40 लाख रुपये का इनाम था।
नारायणपुर के पुलिस अधीक्षक रॉबिन्सन ने बताया कि अभूझमाड़ में माओवादी गतिविधियों की सूचना मिलने पर सुरक्षा बलों ने सर्च ऑपरेशन चलाया। अभियान के दौरान सुबह फायरिंग शुरू हो गई, जिसमें दोनों नक्सली नेता निष्प्रभावित हुए।
राजू दादा और कोसा दादा लगभग 30 वर्षों से नक्सल गतिविधियों में शामिल थे और कई हिंसक घटनाओं के मास्टरमाइंड रहे थे, जिनमें कई जवान शहीद हुए और कई निर्दोष लोग मारे गए। बस्तर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक सुन्दरराज पी. ने कहा कि चलाए जा रहे निर्णायक अभियानों से माओवादी संगठन को बड़ी चोट लगी है। उन्होंने नक्सलियों से अपील की कि वे हिंसा छोड़कर मुख्यधारा में लौट आएं और सरकार की आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति का लाभ उठाएं।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर कहा कि सुरक्षा बलों ने नक्सलियों के शीर्ष नेतृत्व को व्यवस्थित रूप से ध्वस्त किया है और लाल आतंक की रीढ़ तोड़ी है। उन्होंने इस सफलता को नक्सलियों के खिलाफ जारी निर्णायक अभियान के रूप में बताया।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने भी सुरक्षाबलों की सराहना की और कहा कि यह सफलता नक्सलवाद के खात्मे की दिशा में निर्णायक पड़ाव है। उन्होंने कहा कि डबल इंजन सरकार के प्रयासों और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के नेतृत्व में मार्च 2026 तक भारत को नक्सलमुक्त करने का संकल्प अवश्य साकार होगा।
सुरक्षा बलों ने मुठभेड़ के दौरान स्थानीय जनता के सहयोग और कठिन भौगोलिक परिस्थितियों में साहसिक प्रदर्शन कर यह साबित किया कि राज्य में शांति, सुरक्षा और विकास की प्रक्रिया अब और गति पकड़ रही है।