NIA Arrest ISIS: ISIS पुणे स्लीपर सेल केस में बड़ी कार्रवाई: NIA ने मुख्य आरोपी रिजवान अली को लखनऊ से किया गिरफ्तार

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NIA Arrest ISIS: ISIS पुणे स्लीपर सेल केस में बड़ी कार्रवाई: NIA ने मुख्य आरोपी रिजवान अली को लखनऊ से किया गिरफ्तार

नई दिल्ली/लखनऊ, आतंकवाद के खिलाफ अपने अभियान में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। एजेंसी ने ISIS के पुणे स्लीपर सेल केस में वांछित मुख्य आरोपी रिजवान अली उर्फ अबू सलमा उर्फ मोला को उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से गिरफ्तार कर लिया है। रिजवान अली इस केस में ग्यारहवां आरोपी है और उसे प्रमुख साजिशकर्ता के तौर पर देखा जा रहा है।

NIA द्वारा जारी आधिकारिक बयान के अनुसार, रिजवान अली न सिर्फ भारत विरोधी साजिशों में शामिल था, बल्कि उसने देश के विभिन्न हिस्सों में संभावित आतंकी ठिकानों के लिए रेकी भी की थी। एजेंसी ने बताया कि वह गन ट्रेनिंग देने और इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइसेज़ (IEDs) बनाना सिखाने जैसे खतरनाक गतिविधियों में भी सक्रिय रूप से शामिल था।

गिरफ्तारी से पहले रिजवान अली की जानकारी देने पर ₹3 लाख का इनाम घोषित किया गया था। उसके खिलाफ एक स्थायी गैर-जमानती वारंट (NBW) भी जारी किया गया था। गिरफ्तार किए जाने के बाद उसे शुक्रवार को अदालत में पेश किया गया, जहां उसे 18 जुलाई 2025 तक NIA की हिरासत में भेज दिया गया।

पुणे ISIS मॉड्यूल: एक गहरी साजिश

NIA ने इस केस में पहले ही 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया था, जो न्यायिक हिरासत में हैं। इन सभी ने मिलकर भारत में आतंकी घटनाओं को अंजाम देने, सांप्रदायिक तनाव फैलाने और देश की स्थिरता को नुकसान पहुंचाने की सुनियोजित साजिश रची थी।

गिरफ्तार मुख्य आरोपी रिजवान अली ने इन सभी के साथ मिलकर देश में इस्लामी शासन स्थापित करने की कोशिश के तहत आतंकवाद, हिंसा और विध्वंस का नेटवर्क खड़ा किया था। एजेंसी के अनुसार, इन गतिविधियों के पीछे विदेशी आतंकी संगठन ISIS/IS की गहरी भूमिका रही है।

अन्य गिरफ्तार आरोपियों की पहचान:

मोहम्मद इमरान खान

मोहम्मद यूनुस साकी

अब्दुल कादिर पठान

सिमाब नसीरुद्दीन काजी

जुल्फिकार अली बड़ौदावाला

शमिल नाचन

आकिफ नाचन

शाहनवाज आलम

अब्दुल्ला फैयाज शेख

तलहा खान

इन सभी पर UAPA (गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम अधिनियम), विस्फोटक पदार्थ अधिनियम, शस्त्र अधिनियम, और भारतीय दंड संहिता (IPC) की कई धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।

NIA ने दोहराया है कि वह भारत सरकार के खिलाफ युद्ध छेड़ने और इस्लामिक शासन लागू करने की साजिश को विफल करने की दिशा में अपनी जांच को आगे बढ़ा रही है। एजेंसी का मानना है कि यह केस आतंकवाद के नेटवर्क और उसकी गहराई को उजागर करने वाला अहम मोड़ है।

रिजवान अली की गिरफ्तारी से NIA को ISIS के भारत में फैले नेटवर्क को उजागर करने में और भी जानकारी मिलने की संभावना है। एजेंसी अब उससे पूछताछ कर संगठन की कार्यप्रणाली, फंडिंग, ट्रेनिंग हब और अन्य स्लीपर मॉड्यूल्स के बारे में जानकारी इकट्ठा करने में जुटी है।

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