Burhanpur Violence: बुरहानपुर के बिरोदा गांव में गणेश विसर्जन के दौरान पथराव, 3 घायल, 7 गिरफ्तार
Burhanpur Violence: बुरहानपुर के बिरोदा गांव में गणेश विसर्जन के दौरान पथराव, 3 घायल, 7 गिरफ्तार
मध्य प्रदेश के बुरहानपुर जिले के बिरोदा गांव में गणेश विसर्जन के अवसर पर तनाव और हिंसा का माहौल बन गया। रविवार रात हुए इस घटनाक्रम ने पूरे गांव को दहशत में डाल दिया। जानकारी के अनुसार, गणेश विसर्जन से पहले पंडाल के सामने विशेष रूप से हनुमान चालीसा पाठ का आयोजन किया गया था। बड़ी संख्या में ग्रामीण इस धार्मिक आयोजन में शामिल हुए। माहौल पूरी तरह से शांतिपूर्ण और धार्मिक था, लेकिन जैसे ही पाठ समाप्त हुआ, अचानक पथराव शुरू हो गया। देखते ही देखते दोनों समुदाय आमने-सामने आ गए और स्थिति बिगड़ गई।
पथराव की इस घटना में अफरा-तफरी मच गई और कई लोग घायल हो गए। जिला अस्पताल में ले जाए गए घायलों में तीन लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है। पुलिस ने तुरंत मौके पर पहुंचकर हालात पर काबू पाया। गांव में तनाव को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है ताकि किसी भी तरह की अप्रिय घटना को रोका जा सके।
दरअसल, लालबाग थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले बिरोदा गांव में अधिकांश गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन पहले ही हो चुका था, लेकिन चंद्र ग्रहण की वजह से एक प्रतिमा का विसर्जन सोमवार के लिए टाल दिया गया था। इसी दौरान गांव के पंडाल में हनुमान चालीसा पाठ का आयोजन किया गया। पाठ समाप्त होते ही कुछ असामाजिक तत्वों ने पथराव शुरू कर दिया। चंद ही मिनटों में माहौल इतना बिगड़ गया कि लोग जान बचाकर भागने लगे।
इस घटना को लेकर स्थानीय बीजेपी विधायक अर्चना चिटनिस भी सक्रिय हो गईं। वे तुरंत लालबाग थाने पहुंचीं और पुलिस अधिकारियों से सख्त कार्रवाई की मांग की। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष भी इसी गांव में इसी तरह का विवाद हुआ था और इस बार फिर ऐसी घटना का होना प्रशासन की नाकामी को दर्शाता है। उन्होंने दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग करते हुए कहा कि न्याय का पहला सिद्धांत यही है कि दोषियों को बख्शा न जाए।
बुरहानपुर जिले के पुलिस अधीक्षक आशुतोष बागरी ने इस मामले पर बयान जारी करते हुए कहा कि हनुमान चालीसा पाठ के समाप्त होते ही मुस्लिम समुदाय के कुछ असामाजिक तत्वों ने पथराव किया। इसमें कई लोग घायल हो गए जिन्हें अस्पताल भेजा गया है। पुलिस ने अब तक सात लोगों को हिरासत में लिया है और सीसीटीवी फुटेज व अन्य सबूतों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जा रही है।
फिलहाल बिरोदा गांव में शांति बहाल करने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है और गांव की गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी जा रही है। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और शांति बनाए रखें। इस घटना ने एक बार फिर धार्मिक आयोजनों के दौरान सुरक्षा व्यवस्था की गंभीरता को सामने ला दिया है।