Madagascar Coup: मेडागास्कर में सेना ने पूरी आर्मी पर किया कब्जा, राष्ट्रपति ने निंदा की
Madagascar Coup: मेडागास्कर में सेना ने पूरी आर्मी पर किया कब्जा, राष्ट्रपति ने निंदा की
मेडागास्कर में राजनीतिक संकट गहराता जा रहा है। 16 साल पहले बागी सैनिकों के समर्थन से राष्ट्रपति बने एंड्री राजोएलिना की सरकार को समाप्त करने की कोशिश के बाद अब उसी सेना की एक युनिट ने पूरी आर्मी पर कब्जा कर लिया है। यह कार्रवाई Gen Z आंदोलन के दौरान बढ़ते विरोध और सरकार के खिलाफ हिंसक प्रदर्शनों के बीच हुई।
रविवार को सेना की इस युनिट – CAPSAT दल – ने पूरे देश में सक्रिय हो रहे सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों के समर्थन में आकर सेना पर नियंत्रण की घोषणा की। CAPSAT ने वीडियो बयान जारी कर कहा कि अब से मालागासी सेना के सभी आदेश – भूमि, वायु और नौसेना से संबंधित – उनके मुख्यालय से ही जारी होंगे। इसी क्रम में नए सेनाध्यक्ष के रूप में जनरल डेमोस्थनी पिकुलस को नियुक्त किया गया। इस समारोह में सशस्त्र बल के मंत्री मनंतसोआ डेरामासिंजाका राकोतोरिवेलो भी मौजूद रहे।
राष्ट्रपति एंड्री राजोएलिना ने इस कदम को “अवैध रूप से सत्ता पर कब्जा करने का प्रयास” करार देते हुए इसकी कड़ी निंदा की। उनका कहना है कि यह कदम लोकतांत्रिक प्रक्रिया और देश के संविधान के खिलाफ है।
मेडागास्कर में संकट तब गहरा गया जब 25 सितंबर से सरकार विरोधी प्रदर्शन शुरू हुए। पिछले दो सप्ताह में कई प्रदर्शनकारी मारे गए और राजधानी में शहीदों की याद में रैलियों का आयोजन किया गया। CAPSAT दल के सैनिक इन रैलियों में लगातार दूसरे दिन शामिल हुए और प्रदर्शनकारियों ने उनका स्वागत खुशी के साथ किया।
विश्लेषकों का कहना है कि सेना के इस कदम ने मेडागास्कर में राजनीतिक अस्थिरता और बढ़ा दी है। सेना के नियंत्रण की घोषणा के साथ ही नागरिक प्रशासन और सरकारी संस्थानों की स्थिति भी अनिश्चित हो गई है। देश में सुरक्षा और शासन व्यवस्था पर सवाल उठने लगे हैं।
स्थानीय मीडिया और अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों के अनुसार, इस कदम से राष्ट्रपति राजोएलिना की स्थिति कमजोर हो गई है और राजनीतिक संकट बढ़ा है। विश्लेषकों का मानना है कि आने वाले हफ्तों में स्थिति के स्थिरीकरण या और गहराने की संभावना है।
मेडागास्कर के Gen Z आंदोलन ने युवा वर्ग के राजनीतिक प्रभाव को दिखाया है और यह संकट अब पूरी दुनिया का ध्यान आकर्षित कर रहा है।